व्यवहारिक मार्गदर्शिका >> एडवांटेज इंडिया एडवांटेज इंडियाए. पी. जे. अब्दुल कलाम
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प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
दिल्ली से जौनपुर यात्रा करते हुए डॉ. कलाम एक बार बादशाहनगर नाम छोटे-से स्थान पर चाय पीने के लिए रुके। सड़क की हालत खस्ता थी और पूछने पर पता चला कि बिजली, पानी और स्कूल की बेहद कमी है लेकिन मोबाइल से पैसा ट्रांसफर करने की सुविधा के जगह-जगह विज्ञापन लगे थे तथा कम्प्यूटर प्रशिक्षण और अंग्रेजी भाषा लिखाने के अनेक ट्रेनिंग सेंटर आस-पास नजर आ रहे थे।
मूल सुविधाओं के इतने अभाव के बावजूद बादशाहनगर के लोग डिजिटल युग से पूरी तरह से जुड़े हैं और इसका अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में लाभ उठा रहे हैं - यह देखकर डॉ. कलाम के मन में प्रश्न उठा कि क्या वही है भारत की मूलभूत एडवांटेज जिसके आधार पर हम शीघ्र की विकसित देशों की कतार में शामिल हो सकते हैं ?
डॉ. कलाम के अनुसार यही है वो एडवांटेज इंडिया जो स्वच्छ भारत, मेक इन इंडिया, स्मार्ट सिटीज़ जैसी अनेक योजनाओं सहित देश की युवा शक्ति को डिजिटल युग के साथ कदम बढ़ाते हुए विकास की ओर ले जा सकती है।
मूल सुविधाओं के इतने अभाव के बावजूद बादशाहनगर के लोग डिजिटल युग से पूरी तरह से जुड़े हैं और इसका अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में लाभ उठा रहे हैं - यह देखकर डॉ. कलाम के मन में प्रश्न उठा कि क्या वही है भारत की मूलभूत एडवांटेज जिसके आधार पर हम शीघ्र की विकसित देशों की कतार में शामिल हो सकते हैं ?
डॉ. कलाम के अनुसार यही है वो एडवांटेज इंडिया जो स्वच्छ भारत, मेक इन इंडिया, स्मार्ट सिटीज़ जैसी अनेक योजनाओं सहित देश की युवा शक्ति को डिजिटल युग के साथ कदम बढ़ाते हुए विकास की ओर ले जा सकती है।
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